मगही
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मगही या मागधी भाषा भारत के मध्य पूर्व में बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है । इसका निकट का संबंध भोजपुरी और मैथिली भाषा से संबंध है और अक्सर ये भाषाएँ एक ही साथ बिहारी भाषा के रूप में रख दी जाती हैं । इसे देवनागरी लिपि में लिखा जाता है । मगही बोलनेवालों की संख्या (2002) लगभग १ करोड़ ३० लाख है । मुख्य रूप से यह बिहार के गया, पटना, राजगीर और नालंदा के इलाकों में बोली जाती है ।
मगही का धार्मिक भाषा के रूप में भी पहचान है । कई जैन धर्मग्रंथ मगही भाषा में लिखे गए हैं । मुख्य रूप से वाचिक परंपरा के रूप में यह आज भी जीवित है ।
मगही भाषा में विशेष योगदान हेतु सन् 2002 में डॉ.रामप्रसाद सिंह को साहित्य अकादमी भाषा सम्मान दिया गया ।
मगही संस्कृत भाषा से जन्मी हिन्द आर्य भाषा है ।
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[संपादित करें] बाहरी कड़ियाँ
चर्चा समूह
मगही साहित्य
मागधी
फूल बहादुर - मगही का पहला उपलब्ध उपन्यास
मगही उपन्यास - नरक सरग धरती
मगही का भाषिक स्वरुप और उसका साहित्यिक विकास
मगही पुस्तकें
नमूना
संदर्भ सूची
फ़िल्म "भैया"
संयुक्त राष्ट्रसंघ की मानवाधिकार घोषणा - मगही रूपांतर
मगही में बाइबिल (1818) का नमूना पृष्ठ
दक्षिण एशियाई भाषाओं की प्राथमिकता का निश्चय - प्रारूप रिपोर्ट ( जून 2005)
मगही मंडल
लोकभाषा एवं साहित्य
बिहारी भाषाएँ
Magahi at The Rosetta Project
मगही साहित्य (मगही भाषा एवं साहित्य)
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फूल बहादुर (मगही के उपलब्ध पहिला उपन्यास)
नरक सरग धरती (मगही उपन्यास)
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