बज्जिका
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बज्जिका मुख्यतः बिहार के शिवहर, सीतामढी,मुजफ्फरपुर एवं वैशाली जिलों में बोली जाती है। नेपाल में सर्लाही जिला एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों के लोग भी बज्जिका बोलते हैं|
विश्व के प्रथम लोकतंत्र बज्जिसंघ की लोकभाषा बज्जिका एक अति हीं प्राचीन बोली/भाषा है| प्राचीन मिथिला का केन्द्र जनकपुर(नेपाल),चूंकि बज्जिका भाषी क्षेत्र के अंतर्गत आता था, जहां आज भी बज्जिका बोली जाती है| इस आधार पर यह भी कहा जा सकता है कि बज्जिका वास्तव में प्राचीन मैथिली है| जिसकी नींव पर मध्यकाल के राज्याश्रयी विद्वान कवियों ने आधुनिक मानक मैथिली का निर्माण किया |
विद्वानों के सहयोग एवं साहित्य-भंडार के अभाव में बज्जिका की पहचान भाषा के रुप में नही बन सकी| बज्जिका आज भी अपने प्राचीन स्वरुप लोकभाषा के रुप में हीं ज्यों की त्यों विद्यमान है|
सकारात्मक बात यह है कि आजकल बज्जिका में भी साहित्य-सृजन की शुरूआत हो चुकी है| संभव है प्राचीन बज्जिसंघ की लोकभाषा बज्जिका भविष्य में विपुल साहित्य-भंडार से परिपूर्ण होकर,एक भाषा के रुप में,अपनी एक पहचान बना ले|
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