कॉफ़ी
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कॉफ़ी (अरब. قهوة qahwa उत्तेजक पेय पदार्थ) — एक लोकप्रीय उत्तेजक पेय पदार्थ (साधारणतया गर्म) है, जो कॉफ़ी के पेड़ के भुने हुए बीजों से बनाया जाता है।
कॉफ़ी में कैफ़ीन होने की बदौलत वह आदमी पर उद्दीपक सा प्रभाव डालती है।
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[संपादित करें] इतिहास
यह माना जाता है कि कॉफ़ी का पौधा सबसे पहले 600 ईस्वी में इथियोपिया के कफ़ा प्रांत में खोजा गया था।एक दंतकथा के अनुसार मान्यता है कि एक आलसभरी दोपहर को यह निराला पौधा कलड़ी नामक इथियोपियाई गड़रिये की नज़र में तब आया, जब उसने अपने पशुओं के व्यवहार में अचानक चुस्ती और फुर्ती देखी। सारी भेड़ें एक पौधे के चेरी-लाल रंग के बीजों को चर रही थीं, जिसके बाद वे पहले से ज़्यादा ऊर्जावान और आनंदित लग रही थीं।कलड़ी ने स्वयं भी कुछ बीज खाकर देखे और जल्द ही उसे भी अपनी भेड़ों की तरह अपने भीतर एक ऊर्जा और शक्ति का अनुभव हुआ।[१]
[संपादित करें] कॉफी के प्रकार
[संपादित करें] एस्प्रेसो
इसे बनाने के लिये, स्ट्रांग ब्लैक कॉफ़ी को एक एस्प्रेसो मशीन में भाप को गहरे-सिंके हुए तेज़ गंध वाले कॉफ़ी बींस के बीच से निकालकर तैयार किया जाता है। इसकी सतह पर सुनहरे-भूरे क्रीम (फ़ोम) होती है.
[संपादित करें] कैपेचिनो
यह गरम दूध और दूध की मलाई की समान मात्रा से मिलकर बनती है।
[संपादित करें] कैफ़े लैट्टे
कैफ़ै लैट्टे में एक भाग एस्प्रेसो का एक शॉट और तीन भाग गर्म दूध होता है। इतालवी में लैट्टे का अर्थ दूध होता है।
[संपादित करें] फ़्रैपी
यह ठंडी एस्प्रेसो होती है, जिसे बर्फ़ के साथ एक लंबे गिलास में पेश किया जाता है, और अगर इसमें दूध भी मिलाई जा सकती हैं।
[संपादित करें] साउथ इंडियन फ़िल्टर कॉफ़ी (दक्षिण भारत की फ़िल्टर कॉफ़ी)
इसे दरदरी पिसी हुई, हल्की गहरी सिंकी हुई कॉफ़ी अरेबिका से बनाया जाता है। इसके साथ पीबेरी के दानों को सबसे अधिक पसंद किया जाता है. इसे परोसने किए जाने के पहले एक पारंपरिक धातु के कॉफ़ी फ़िल्टर में घंटों तक रिसा कर अथवा टपकाकर तैयार किया जाता है।
[संपादित करें] इस्टेंट कॉफ़ी (या सॉल्यूबल कॉफ़ी)
कॉफ़ी के द्रव को जमा कर (हिम शुष्कन) अथवा छिड़काव कर सुखाया जाता है। फिर उसे घुलनशील पाउडर या कॉफ़ी के दानों में बदलकर इंस्टेंट कॉफ़ी तैयार की जाती है।
[संपादित करें] मोचा (मोचाचिनो)
मोचा कैपेचिनो और कैफ़े लैट्टे का मिश्रण है जिसमें चॉकलेट सिरप या पाउडर मिलाया जाता है. यह कई प्रकार में उपलब्ध होती है।
[संपादित करें] ब्लैक कॉफ़ी
टपकाकर तैयार किया गया यह तरल पेय, छनी हुई या फ़्रेंच प्रेस शैली की कॉफ़ी है जो बिना दूध मिलाए सीधे सर्व की जाती है।
[संपादित करें] आइस्ड कॉफ़ी
इसमें सामान्य कॉफ़ी को बर्फ़ के साथ, और कभी-कभी दूध और शक्कर मिलाकर परोसी जाती है।[२]
[संपादित करें] संदर्भ
- ↑ कॉफी कि शुरुआत (एचटीएमएल)। कॉफी बोर्ड भारत। अभिगमन तिथि: २६ अप्रैल, २००८।
- ↑ कॉफी के प्रकार (एचटीएमएल)। कॉफी बोर्ड भारत। अभिगमन तिथि: २६ अप्रैल, २००८।