शेयर बाज़ार
विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से
शेयर बाज़ार एक ऐसा बाज़ार होता है जहाँ पे कम्पनियो के शेयर बेचे और खरीदे जा सकते है। किसी भी दूसरे बाज़ार की तरह शेयर बाज़ार एक ऐसी जगह होती है जहाँ खरीदने और बेचने वाले व्यापारी एक दूसरे से मिलते है और मोल भाव कर के सौदा पक्का करते है। इस तरह शेयर बाज़ार और सब्ज़ी मन्डी कफी कुछ एक से ही होते है। शेयर व्यापारी मौखिक बोलियाँ लगाते है और जिन्हे बेचना होता है वे भी मुह-जबानी सौदा करते है।
एक प्रकार से देखे तो यहा पे शेयरो की नीलामी होती है। अगर किसी को बेंचना होता है तो सबसे ऊंची बोली लगाने वाले को ये शेयर बेंच दिया जाता है। या अगर कोई शेयर खरीदना चाह्ता है तो बेचने वालो मे से जो सबसे कम कीमत पे तैयार होता है उससे शेयर खरीद लिया जता है। शेयर मन्डी (जैसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज या नैशनल स्टॉक एक्सचेंज इस तरह कि बोलियाँ लगाने के लिये ज़रूरी सभी तरह कि सुविधाये मुहैया कराते है। सोचिये, एक दिन मे करोडोँ शेयरोँ का आदान-प्रदान होता है। कित्ना मुश्किल हो जाये अगर सभी कारोबरियोँ को चिल्ला चिल्ला के ही खरीद्ने और बेंच्ने वलोन को ढूंढ्ना हो। अगर ऐसा हो तो शेयर खरीद्ना और बेंच्ना कमोबेश असम्भव हो जायेगा। शेयर मन्डियाँ इस काम को सरल और सही ढंग से कर्ने का मूल्भूत ढांचा प्रदान कर्ती है। कयी प्रकार के नियम, कम्प्यूटर की मदत, शेयर ब्रोकर, इंटेर्नेट के मध्यम से ये मूल्भूत ढांचा दिया जाता है। असल मे शेयर बाज़ार एक बहुत ही सुविधाजनक सब्ज़ी मंडी से ज़्यादा कुछ भी नही है।
कुछ साल पहले तक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज मे सीधे खरीद फरोख्त कर्नी पद्ती थी। पिछ्ले कुछ सालोन से कोम्प्यूटरो और इंटर्नेट के माध्यम से कोई भी घर बैठे शयर खरीद और बेंच सक्ता है। सूच्ना क्रांति का ये एक उत्क्रिश्ट नमीना है। जो काम पहले कुछ पैसे वले लोग ही कर सक्ते थे अब वोह सब एक आम आदमी भी कर सक्ता है।
आज्कल सभी शेयर डीमटीरिअलाइज़्ड होते है। शेयरो के अलावा निवेशक भारतीय म्यूचुअल फंड मे भी पैसा लगा सक्ते है।
आम ग्राहक को किसी डीमैट सर्विस देने वले बैंक मे अप्ना खाता खोल्ना पडता है। आज्कल कयी बैंक जैसे आइसीआइसीआइ, एच डी एफ सी, भार्तीय स्टटे बैंक, इत्यादि डीमैट सर्विस देते है। इस तरह के खते की सालाना फीस 500-800 रु तक होती है।
शेयर बाज़ार किसी भी विकसित देश की अर्थ्व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते है। जिस तरह से किसी देश, गाँव या शहर के विकास के लिये सडकेँ, रेल यातायात, बिज्ली, पानी सब्से ज़रूरी होते है, वैसे हि देश के उद्योगोन के विकास के लिये शेयर बाज़ार ज़रूरी है। उद्योग धन्दोँ को चलाने के लिये कैपिटल चहिये होता है। ये उन्हे शेयर बाज़ार से मिल्ता ह ऐ। शेयर बाज़ार क ए माध्यम से हर आम आदमी बडे से बडे उद्योग मे अप्नि भागिदारी कर सक्ता है। इस तरह की भागिदारी से वोह बडे उद्योगोन मे होने वाले मुनाफे मे बराबर का हिस्सेदार बन सक्त है। मान लीजिये, अगर किसी भी नाग्रिक को ये लग्ता है कि आने वाले समय मे रिलायंस या इंफोसिस भारी मुनाफा कमाने वाली है, तो वह इस कम्पनियोन के शेयर खरीद के इस मुनाफेय मे भागईदार बन सक्ता है। और ऐसा कर्ने के लिये तो व्यवस्था चहिये वोह शेयर बाज़ार प्रदान कर्ता है। एक अछा शेयर बाज़ार इस बात का ख्याल रख्ता है कि किसी भी निवेशक को बराबर का मौका मिले।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज व नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के अलावा देश्भर मे 27 क्षेत्रीय स्टॉक एक्सचेंज है|
[संपादित करें] विश्व के प्रमुख शेयर बाज़ार
- न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज
- बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज
- नैशनल स्टॉक एक्सचेंज