शालीमार बाग (काश्मीर)
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शालीमार बाग (उर्दु: شالیمار باغ) मुगल बाग का एक उद्फाहरण है। इसे मुगल बादशाहजहाँगीर ने श्रीनगर में बनवाया था। श्रीनगर भारत की उत्तरतम राज्य जम्मू एवं कश्मीर की ग्रीष्म-कालीन राजधानी है। इसे जहाँगीर ने अपनी प्रिय एवं बुद्धिमती पत्नी मेहरुन्निसा के लिये बनवाया था, जिसे नूरजहाँ की उपाधि दी गई थी।
इस बाग में चार स्तर पर उद्यान बने हैं, एवं जलधारा बहती है। इसकी जलापूर्ति निकटवर्ती हरिवन बाग से होती है। ref>The Official Website of Jammu & Kashmir Government, India: Shalimar Garden</ref> उच्चतम स्तर पर उद्यान, जो कि निचले स्तर से दिखाई नहीं देता है, वह हरम की महिलाओं हेतु बना था। [१] यह उद्यान ग्रीष्म एवं पतझड़ में सर्वोत्तम कहलाता है। इस ऋतु में पत्तों का रंग बदलता है, एवं अनेकों फूल खिलते हैं।
यही उद्यान अन्य बागों की प्रेरणा बना, खासकर इसी नाम से लाहौर, पाकिस्तान में जो बाग है।
इसके पूर्ण निर्माण होने पर जहाँगीर ने फारसी की वह प्रसिद्ध अभिव्यक्ति कही थी
“ | यदि पृथ्वी पर कहीं स्वर्ग है, तो वह यहीं है, यहीं है, यहीं है। | ” |
[संपादित करें] सन्दर्भ
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- भारत में उद्यान
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