अमरकांत
विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से
हिन्दी साहित्यकार (१९२५)
व्यक्तिगत जीवन - अमरकान्त का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के नगारा गाँव में हुआ। बलिया में पढ़ते समय ही उनका सम्पर्क स्वतन्त्रता आंदोलन के सेनानियों से हुआ। सन् १९४२ में वे स्वतन्त्रता-आंदोलन से जुड़ गए।
हिन्दी साहित्य - इनका साहित्य जीवन एक पत्रकार के रूप में हुआ। उन्होंने कई पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन किया। कहानीकार के रूप में अमरकान्त की ख्याति सन् १९५५ में 'डिप्टी कलेक्टरी' कहानी से हुई। उनकी कहानियों में मध्यवर्गीय जीवन का अत्यंत मार्मिक और मनोवैज्ञानिक चित्रण मिलता है।
कहानी-संग्रह - जिन्दगी और जोंक , देश के लोग, मौत का नगर , कुहासा
उपन्यास - सूखा पत्ता, काले उजले दिन, सुख जीवी, बीच की दीवार हिन्दी लेखक
[संपादित करें] बाहरी कड़ियां
ये लेख अपनी प्रारम्भिक अवस्था में है, यानि कि एक आधार है। आप इसे बढ़ाकर विकिपीडिया की मदद कर सकते है।
अमरकांत । अरुण कमल । अरुणा सीतेश । अलका सरावगी । असगर वजाहत । अमृतलाल नागर । आचार्य चतुरसेन शास्त्री । इलाचंद्र जोशी । उदय प्रकाश । उपेन्द्रनाथ अश्क । कमलेश्वर । कामतानाथ । कृष्ण चंदर । कृष्ण बलदेव वैद । कृष्णा सोबती । गिरिराज किशोर । गीतांजली श्री । चित्रा मुद्गल । जयशंकर प्रसाद । जैनेंद्र कुमार । धर्मवीर भारती । निर्मल वर्मा । पांडेय बेचन शर्मा उग्र । प्रेमचंद । फणीश्वर नाथ रेणु । भगवती चरण वर्मा । भीष्म साहनी । मनोहर श्याम जोशी । ममता कालिया । मैत्रेयी पुष्पा । मोहन राकेश । मृदुला गर्ग । यशपाल । रवीन्द्र कालिया । रांगेय राघव । राजेन्द्र सिंह बेदी । राजेन्द्र यादव । रांगेय राघव । शिवानी । शेखर जोशी । शैलेश मटियानी । सत्येन कुमार । सीतेश आलोक । सूर्यबाला । से.रा.यात्री । हृदयेश । ज्ञानरंजन