आत्मिका
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आत्मिका | |
आत्मिका | |
रचयिता: | महादेवी वर्मा |
प्रकाशक: | राजपाल एंड सन्ज |
प्रकाशन तिथि: | 3 मार्च 2005 |
भाषा: | हिंदी |
देश: | भारत |
विषय: | कविता संग्रह |
शैली: | गीत |
मीडिया प्रकार: | कविता संग्रह |
पृष्ठ: | 104 |
ISBN: | M9 [HB-00196] |
आत्मिका महादेवी वर्मा का कविता-संग्रह है।
आधुनिक हिन्दी कविता की मूर्धन्य कवियत्री श्रीमती महादेवी वर्मा के काव्य में एक मार्मिक संवेदना है। सरल-सुधरे प्रतीकों के माध्यम से अपने भावों को जिस ढंग से महादेवीजी अभिव्यक्त करती हैं, वह अन्यत्र दुर्लभ है। वास्तव में उनका समूचा काव्य एक चिरन्तन और असीम प्रिय के प्रति निवेदित है जिसमें जीवन की धूप-छाँह और गम्भीर चिन्तन की इन्द्रधनुषी कोमलता है। आत्मिका में संगृहीत कविताओं के बारे में स्वयं महादेवीजी ने यह स्वीकार किया है कि इसमें मेरी ऐसी रचनाएं संग्रहीत हैं जो मेरी जीवन-दृष्टि, दर्शन, सौन्दर्यबोध और काव्य-दृष्टि का परिचय दे सकेंगी।
पुस्तक की भूमिका अत्यंत रोचक है जिसमें उन्होंने अपने बौद्ध भिक्षुणी बनने के विषय में स्पष्टीकरण भी किया है।