भौतिक शास्त्र
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भौतिक शास्त्र अथवा भौतिकी प्रकृति विज्ञान की एक विशाल शाखा है। भौतिक शास्त्री पदार्थ और बल के बीच के संबंधों का अध्ययन करते है। भौतिक सिद्धांत गाणितिक संबंधों के रूप में अभिव्यक्त किया जाता है।
भौतिक शास्त्र प्रकृति विज्ञान की अन्य शाखाओं से गहरा संबंध रखता है, खास कर रसायन शास्त्र से, जोकि अणु और उनके समूहों से बनते संयोजन का विज्ञान है। रसायन शास्त्र भौतिक शास्त्र की कई शाखाओं से संबंध रखता है, खास कर क्वॊन्टम शास्त्र, उष्मागति शास्त्र(थर्मोडाईनॅमिक्स) और विद्युतचुंबकत्व(इलेक्ट्रोमैग्नेटिज्म)। किंतु रसायन शास्त्र के अवलोकन ज्यादा विभिन्न और उलझे हुए होने के कारण उसे विज्ञान की अलग शाखा माना जाता है। इसके बावजूद रसायण शास्त्री और भौतिक शास्त्री कहते हैं कि सारी रासायनिक प्रक्रियाओं को मूलभूत स्तर पर भौतिक भौतिक सिद्धांतों से समझाया जा सकता है।
अनुक्रम |
[संपादित करें] उदात्त भौतिकी
उदात्त भौतिकी (classical physics)
[संपादित करें] आधुनिक भौतिकी
[संपादित करें] भौतिक शास्त्र के प्रमुख क्षेत्र
भौतिकी के अन्तर्गत जिन क्षेत्रों का अध्ययन किया जाता है उनमें प्रमुख हैं -
- गति तथा बल या यांत्रिकी
- तरंग तथा ध्वनि
- प्रकाश की प्रकृति तथा प्रकाशकीय यंत्र
- ऊष्मा
- खगोल शास्त्र
- विद्युत तथा चुम्बकत्व
- नाभिकीय एवं आधुनिक भौतिकी
इन सिद्धांतों की मदत से विश्व में होने वाली कई घटनाओं की विवेचना की जा चुकी है पर इसके लिए निम्नलिखित जानकारी एक आधार की तरह काम करती है -
- माप की इकाईयां
- क्षेत्रफल,आयतन तथा द्रव्यमान का ज्ञान
- कलन(calculus)
- त्रिकोणमितीय अनुपात
[संपादित करें] इन्हें भी देखें
[संपादित करें] बाहरी कड़ियाँ
- Flash Animations for Physics
- भौतिकी के नियम (अंग्रेजी में)
- प्राचीन भारत में भौतिकी
- भौतिकी विभाग, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर
- भारतीय भौतिकी संस्थान भुबनेश्वर
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